बदहवास सी दौड़ती हुई
किसी परछाईं के पीछें
जाने कहाँ गुम हो गई
परेशान सी खड़ी हू
हांफती हुई साँसों को समेटते हुए
यह गहराता हुआ अँधेरा
और उसमे गुम होती वोह परछाईं
भीगी पलके टूटते सपने
बिखरते हुए इन सपनो को समेटते हुए
इस उम्मीद मैं की यह अँधेरा कभी तो मिटेगा
एक नया उजाला एक नया सवेरा
अभी नही तो कभी तो होगा
उस परछाईं से मेरा सामना कभी तो होगा..
18 comments:
मेरा कवितबोध मेरी मां से मुझ तक आया है. अपनी पिछ्ली कविता जो मैनें रेल में लिखी थी मैनें उनसे सांझा की और टिप्पडी मांगी. उन्होंने एक अद्भुत बात कही.केहने लगीं कि बेटा कविता की हम केहते नहीं कोई हमसे कहलाता है.कविता तो हवा में होती है,सिग्नल को पकड्ने वाला मन और शब्दों मे पिरो देने वाला दिल चाहिये.जितना हम nature से जुड्ते हैं उतना ही अपने आप से.
आपकी ये कविता अपने आप से जुड्ने का एक सफल प्रयास है,एक श्रंखला की एक कडी,शायद पहली पर अत्यंत महत्वपूर्ण.
मेरी ओर से बधाई !
bheegi palak pe toot te sapne :D
hoga hoga saamna hoga :D
Good Stuff.
Keep Rocking,
PN.
hello aahang... thank u so much... i really wanted to knw ur point..and watever u said i wll rembr..:)
thanx again..
take care..
heyy ani_aset.. hhahahha..thank u..thank u...
take care..:)
Hii..MR. Naidu... so kind of u...dat u like dis..;)
keep rocking PN..
enjoy life..
So your first hindi poem... i think so?
Good one. :)
hello Prabhjot..yup my vry first hindi poem...thanx dat u liked..
take care..
nice poem
SM..thanx...I was waiting for ur comment as ur comments are always encouraging...:)
take care..
nice read.. keep it up.
Nice poem..
captivating and mesmerizing.... :)
cheers!!
heyy ecstasies.. thanks dat u like..
enjoy life..
take care.. :)
hey Amit.. Thanks for ur visit and appreciation..
do visit again.. :)
take care..
Dint look like your first attempt to hindi poetry....very well constructed...
Rock on!!!
Hello Garima.. Thank u so much.. but yes its my vry first attempt in hindi..
do visit again..
keep rocking..
take care.. :)
good writeup.
keep doing good work
Hey Pankaj.. thanx for ur appreciation and do visit again.:)
Keep rocking..
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